हेल्थ डेस्क. बारिश के मौसम में बीमारियां होने के दो बड़े कारण हैं, पहला- बैक्टीरिया और वायरस की संख्या में इजाफा होना, दूसरा - शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम होना। खानपान को बदलकर इसे रोका जा सकता है। डाइट में ऐसी चीजें लें जो शरीर को मजबूत बनाएं और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाएं। डायटीशियन और क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. नितिशा शर्मा से जानिए मानसून में क्या खाएं और क्या न खाएं….
1) जानिए मानसून में क्या खाएं , क्या न खाएं
इस मौसम में छाछ, लस्सी, जूस और दूसरे तरल पदार्थों को लेने से बचें। इनमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा रहता है और पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
पत्तेदार सब्जियां जैसे पत्तागोभी, पालक और फूलगोभी लेने से बचें। सलाद में कच्ची सब्जियां खाने की जगह भाप में पकी सब्जियों (स्टीम्ड) को डाइट में शामिल करें।
मानसून में ऐसी सब्जियों को खाएं जिसमें पानी की मात्रा कम हो जैसे करेला। इसके अलावा उन सब्जियों को खाने से बचें जो इस मौसम की नहीं है।
अधिक चाय या कॉफी न लें। इनकी जगह पर पानी में तुलसी के पत्ते को उबाल कर पीएं। ये संक्रमण से बचाते हैं और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।
मानसून में घर के बाहर का खाना अवॉयड करें क्योंकि इससे बैक्टीरिया और वायरस के इंफेक्शन का खतरा अधिक रहता है।
इस मौसम में भी पानी पीना न छोड़ें, रोजाना 10-12 गिलास पानी उबालकर जरूर पीएं। यह खासकर गले में होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
पानी की कमी पूरी करने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गर्मा-गरम सूप पीएं। इनमें अदरक और लहसुन का प्रयोग करें। ये पाचनशक्ति को मजबूत बनाएगा। चाय के विकल्प के तौर पर हर्बल टी पी सकते हैं।
डाइट में विटामिन-सी युक्त फ्रूट जैसे नींबू, मौसमी, नाशपाती, संतरा और टमाटर को शामिल करें। ये इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं।
रोजाना या एक दिन छोड़कर मुट्ठी भर ड्राय फ्रूट लें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने साथ इनसे जरूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं।
जिन्हें स्किन एलर्जी है वो खासतौर पर इस मौसम में मसाला और तलाभुना खाना खाने से बचें। अधिक मसाले वाला खाना शरीर का तापमान और रक्तसंचार बढ़ाता है। जो एलर्जी को और बढ़ाने का काम करता है।