केरल, नॉर्थ ईस्ट से जुड़े राज्यों में कोरोना के बढ़ते केस चिंता का कारण बन गए हैं। विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर अगस्त-सितम्बर आने की आशंका जता रहे हैं। इस बीच, राजस्थान में कोरोना की जांचों की संख्या में हुई कमी ने चिंता बढ़ा दी है। राज्य में मई की तुलना में जुलाई में 45 फीसदी जांचें कम कर दी हैं। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांचें कम नहीं की, बल्कि लोग भी जांचें करवाने नहीं आ रहे। सच्चाई ये है कि मेडीकल विभाग ने कई जगह से तो टेस्टिंग करने वाली टीम ही हटा दी।


विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना को कंट्रोल करने का सबसे अच्छा तरीका ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग है। जितनी ज्यादा टेस्टिंग होगी उतना ही पता चलेगा कि किस एरिया में संक्रमण ज्यादा फैल रहा है। राजस्थान में अभी रोज औसतन 34,397 जांचें हो रही हैं, जबकि मई में हर रोज औसतन 62,143 जांचें प्रतिदिन हो रही थीं। हालांकि, राजस्थान में हर रोज कोरोना की टेस्टिंग (RTPCR) की क्षमता 1 से 1.20 लाख की है।


जयपुर रेलवे स्टेशन पर एग्जिट गेट पर 15 दिन पहले मौजूद मेडीकल टीम अब हटा दी।


बाहर से आने वालों की टेस्टिंग बंद

केरल, महाराष्ट्र और नॉर्थ ईस्ट राज्यों से अभी बड़ी संख्या ट्रेनों से यात्री राजस्थान आ रहे हैं। जयपुर में 15 ज्यादा ट्रेने केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम और उससे लगते राज्यों से आ रही हैं। इसमें हर रोज करीब 4-5 हजार यात्री आ रहे है, लेकिन इनकी जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। करीब 15 दिन पहले जयपुर रेलवे स्टेशन पर मेडिकल टीम यहां आने वाले यात्रियों की रेंडम सेंपलिंग करती थी, लेकिन अब यह टेस्टिंग भी बंद कर दी है। जयपुर एयरपोर्ट पर भी बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच बंद कर दी है। हालांकि, एयरपोर्ट पर मेडीकल टीम तैनात है, लेकिन वह केवल आने वाले यात्रियों की वैक्सीन सर्टिफिकेट देखते हैं। जिन यात्रियों के पास वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं होता उनकी RTPCR रिपोर्ट देखते हैं। जयपुर से अभी हर रोज पुणे, मुंबई के लिए 6 फ्लाइट्स का संचालन होती हैं।


केस कम आने से सभी हुए लापरवाह

राजस्थान में कोरोना की संक्रमण दर इन दिनों 0.10 फीसदी के करीब है। पिछले 10 दिन के अंदर पूरे प्रदेश में 140 केस ही आए हैं। 3 अगस्त की रिपोर्ट देखें तो 33 में से केवल 4 जिलों में ही केस डिटेक्ट हुए हैं, जबकि शेष सभी जिलों में एक भी केस नहीं मिला है।


जयपुर एयरपोर्ट से बाहर आते यात्री।


12 जिलों में हर रोज 500 से भी कम जांचें

राजस्थान में जिलेवार स्थिति देखें तो 33 में से 12 ऐसे जिले हैं, जहां जुलाई के अंतिम 11 दिन में औसतन हर रोज 500 से भी कम लोगों की जांचें हुई हैं। इसमें सवाई माधोपुर, राजसमंद, पाली, करौली, झालावाड़, जालोर, जैसलमेर, डूंगरपुर, धौलपुर, बाड़मेर, बारां, बूंदी शामिल हैं। सबसे कम जांचें जुलाई में सवाई माधोपुर जिले में हुई है, जहां औसतन हर रोज 110 लोगों की ही टेस्टिंग की गई।


जयपुर, उदयपुर और अलवर में आए 100 से ज्यादा केस

जुलाई में कोरोना की स्थिति देखें तो पूरे प्रदेश में 1245 नये मरीज मिले हैं। इसमें 3 जिले ऐसे हैं, जिसमें 100 से ज्यादा नये केस मिले हैं। सबसे ज्यादा जयपुर में 342 मरीज मिले हैं। इसके अलावा उदयपुर में 145 और अलवर में 138 केस मिले हैं। बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, धौलपुर, डूंगरपुर, जालौर, झालावाड़, करौली, पाली, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर ऐसे जिले है जहां पूरे जुलाई में 10 से भी कम केस मिले हैं।