भारत ने आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभाल ली। इस मौके पर UN में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने फ्रांस को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस के ऐतिहासिक और मजबूत संबन्ध हैं।
तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान तीन हाई-लेवल मीटिंग करने जा रहा है, जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। साथ ही भारत शांति सैनिकों की याद में भी कार्यक्रम करेगा।
सुरक्षा परिषद के एजेंडे में कई अहम बैठकें शामिल
उन्होंने बताया कि सुरक्षा परिषद के एजेंडे में सीरिया, इराक, सोमालिया, यमन और मध्य पूर्व के मुद्दों पर होने वाली कई अहम बैठकें शामिल हैं। सिक्योरिटी काउंसिल में सोमालिया, माली और लेबनान में UN की अंतरिम फोर्स पर भी प्रस्ताव लाए जाएंगे।
9 अगस्त को काउंसिल मीटिंग की अध्यक्षता कर सकते हैं PM मोदी
UN में भारत के पूर्व प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि 9 अगस्त को होने वाली काउंसिल मीटिंग की अध्यक्षता (वर्चुअली) पहली बार एक भारतीय प्रधानमंत्री कर सकता है। इससे पहले 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव UNSC की बैठक में शामिल हुए थे। यह दिखाता है कि लीडरशिप आगे आकर लीड करना चाहती है। इससे विदेश नीति को लेकर भारत की गंभीरता का पता चलता है।
भारत की अध्यक्षता में 2 अगस्त से शुरू होगा कामकाज
भारत की अध्यक्षता में कामकाज का पहला दिन सोमवार यानी 2 अगस्त को होगा। इस दौरान तिरुमूर्ति महीने भर के लिए परिषद के कार्यक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करेंगे। वहां कुछ लोग मौजूद रहेंगे, जबकि दूसरे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ सकते हैं।
आतंकवाद से लड़ने पर जोर देता रहा भारत
तिरुमूर्ति ने शनिवार शाम एक वीडियो संदेश में कहा कि हमारे लिए उसी माह में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालना विशेष सम्मान की बात है जिस माह हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत परिषद के भीतर और बाहर दोनों जगह आतंकवाद से लड़ने पर जोर देता रहा है। हमने आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों को मजबूत किया है, खासतौर से इसके लिए फंड जुटाने को लेकर ज्यादा कोशिशें की हैं। इसके साथ ही हमने इस मसले पर ध्यान को कमजोर करने की कोशिशों पर भी रोक लगाई है।
अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का 2 साल का कार्यकाल
सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का 2 साल का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। अगस्त की अध्यक्षता सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के लिए भारत की पहली अध्यक्षता है। भारत अपने 2 साल के कार्यकाल के अंतिम महीने यानी अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा।