पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हफ्तों चली पॉलिटिकल रैलियों के बाद आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इसी दौरान चरहोई के नार पुलिस स्टेशन के पास एक मतदान केंद्र पर PTI के 2 कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान 40 वर्षीय जहीर अहमद और 50 वर्षीय रमजान के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि मीठी जंद पोलिंग बूथ पर सुबह करीब 9:15 बजे PPP और PTI कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। इसके बाद हुई गोलीबारी में अहमद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रमजान ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
PoK में वोटिंग सुबह 8:00 बजे शुरू हुई है जो शाम 5:00 बजे तक जारी रहेगी। 30 लाख से अधिक वोटर आज मतदान करेंगे। वोटिंग खत्म होने के एक घंटे बाद ही रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे। PoK के 33 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 587 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वहीं, पाकिस्तान में बसे शरणार्थियों के 12 सीटों पर 121 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई है। वोटिंग बूथ पर आने वालों की सख्त जांच-पड़ताल की जा रही है। 2 हजार से अधिक पोलिंग स्टेशन को संवेदनशील या अत्यधिक संवेदनशील घोषित किया गया है।
बैलेट चोर न जीत पाएं: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लोगों से वोट डालने की अपील की। इमरान खान सरकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बैलेट चोर न जीत पाएं, यह वोटर यह तय करना है। PML (N) ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वीडियो में शरीफ ने कहा, 'मेरे भाइयों और बहनों जब एक वोट चोरी होता है, तो यह सिर्फ वोट नहीं बल्कि आपके बच्चों की फीस, खर्च और रोजगार छीन जाता है। मैं लोगों से अपने वोटों की रक्षा करने की अपील करता हूं। आपको बक्सा चोर, चीनी चोर, आटा चोर और दवा चोर को रोकना होगा।'
इमरान खान ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें कश्मीर के लोगों के लिए रेफरेंडम की उम्मीद है ताकि पता लगाया जा सके कि वे पाकिस्तान में शामिल होना चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य चाहते हैं।
इमरान खान ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें कश्मीर के लोगों के लिए रेफरेंडम की उम्मीद है ताकि पता लगाया जा सके कि वे पाकिस्तान में शामिल होना चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य चाहते हैं।
वोटर को लुभाने के लिए इमरान ने बड़े-बड़े वादे किए
वहीं, इमरान खान ने वोटर को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे किए हैं। शुक्रवार को खान ने कहा था कि उन्हें कश्मीर के लोगों के लिए रेफरेंडम की उम्मीद है ताकि पता लगाया जा सके कि वे पाकिस्तान में शामिल होना चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं साफ करना चाहता हूं कि 1948 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दो प्रस्ताव थे, जो कश्मीर के लोगों को अपना भविष्य तय करने का अधिकार देते थे।
कश्मीरियों को स्वतंत्रता चुनने का आश्वासन मिला था
पाकिस्तान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने शनिवार को इमरान को उनके बयान पर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को स्वतंत्रता का अधिकार चुनने का आश्वासन दिया गया था। शरीफ ने कहा कि खान की टिप्पणी इस मुद्दे पर पाकिस्तान के ऐतिहासिक रुख से अलग है। इमरान नियाजी कश्मीर में रेफरेंडम की बात कर पाकिस्तान की ऐतिहासिक और संवैधानिक स्थिति से भटक रहे हैं।
पाकिस्तान को नहीं थोपना चाहिए सॉल्यूशन
वहीं, PML ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विवाद संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पारदर्शी और स्वतंत्र रेफरेंडम से तय होगा। पाकिस्तान को उन पर कोई समाधान नहीं थोपना चाहिए।
लोग मांग रहे बुनियादी सुविधाएं
PoK के ज्यादातर रीजन गैस पाइपलाइन की मांग कर रहे हैं। यहां के लोग खाना पकाने के लिए सिलेंडर या लकड़ी पर निर्भर हैं। यहां बिजली की भी समस्या है। हालांकि इस इलाके में कई बड़े और छोटे बिजली स्टेशन हैं, जहां 2500 मेगावॉट से ज्यादा बिजली बनती हैं। लोग यह भी शिकायत करते हैं कि मंगला बांध और दूसरे प्रोजेक्ट से बिजली पाकिस्तानी शहरों में पहुंचाई जाती है।
देश की संघीय सरकार यहां के लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने में नाकाम रही है। इसके अलावा, PoK में पाकिस्तान में शामिल होने के अलावा दूसरे विकल्प चुनने की गुंजाइश सीमित है। एक चुनावी कानून के मुताबिक, स्वायत्त PoK सरकार की विधानसभा के सभी उम्मीदवारों को पाकिस्तान में विलय का समर्थन करने की शपथ लेनी पड़ती है।