भारत और श्रीलंका के बीच 3 टी-20 मैचों की सीरीज का आज से आगाज हो रहा है। पहला टी-20 आज रात 8 बजे से कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेला जाएगा। श्रीलंकाई टीम टी-20 वर्ल्ड कप के सुपर-12 के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाई है। ऐसे में भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज उसके लिए क्वालिफिकेशन राउंड से पहले एसिड टेस्ट जैसी है। श्रीलंका की टीम पिछले 20 में से 14 मैच हार चुकी है। 5 में उसे जीत मिली और 1 मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।
दूसरी ओर टीम इंडिया के पास अक्टूबर में शुरू हो रहे टी-20 वर्ल्ड कप से पहले अपने व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों को आजमाने का मौका होगा। टीम इंडिया पहले ही सुपर-12 के लिए क्वालिफाई कर चुकी है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट फाइनल स्क्वॉड चुने जाने से पहले युवा खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा एक्सपीरियंस देना चाहेगा। मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती आज के टी-20 मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू कर सकते हैं।
वन-डे सीरीज जीतकर भारत का मनोबल बढ़ा होगा
भारतीय टीम की बात करें, तो उसका मनोबल फिलहाल बढ़ा हुआ होगा। टीम ने हाल ही में श्रीलंका को वन-डे सीरीज में 2-1 से हराया है। ऐसे में टी-20 सीरीज जीतकर भारत वर्ल्ड कप के लिए दावेदारी मजबूत करना चाहेगा। टीम इंडिया ने 24 जुलाई 2019 के बाद से 27 टी-20 खेले हैं। इसमें से 18 मैचों में टीम को जीत और 6 मैचों में हार मिली। 2 मैच टाई और 1 का कोई नतीजा नहीं निकला।
टीम मैनेजमेंट कुछ सवालों के जवाब खोजना चाहेगा
टीम मैनेजमेंट के सामने टी-20 वर्ल्ड कप से पहले कुछ सवाल जरूर हैं, जो इस सीरीज के जरिए दूर करना चाहेगा। क्या वरुण टीम इंडिया के स्पिन अटैक को मजबूत बना सकते हैं? युजवेंद्र चहल या राहुल चाहर, दोनों में से कौन वर्ल्ड कप में भारत का फर्स्ट चॉइस स्पिनर होगा? क्या पृथ्वी शॉ को व्हाइट बॉल क्रिकेट में ओपनिंग का परमानेंट रोल दिया जाएगा? चेतन साकरिया या टी नटराजन में से कौन पेस अटैक के लिए ऑप्शन हो सकता है? हालांकि नटराजन चोटिल होने की वजह से श्रीलंका में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं।
पडिक्कल और ऋतुराज को और इंतजार करना पड़ सकता है
वन-डे सीरीज के दौरान वरुण, ऋतुराज गायकवाड़ और देवदत्त पडिक्कल ही ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू का मौका नहीं मिला। बैटिंग लाइन-अप में फिलहाल जगह फुल है। ऐसे में ऋतुराज और पडिक्कल को और इंतजार करना पड़ सकता है, पर चक्रवर्ती डेब्यू कर सकते हैं। भुवनेश्वर कुमार और दीपक चाहर प्लेइंग-11 में वापसी करेंगे। उन्हें तीसरे वन-डे में आराम दिया गया था।
कुछ व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट के बगैर उतरेगी श्रीलंकाई टीम
वहीं, श्रीलंका टीम की बात करें, तो उसे अपने कुछ व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट के बगैर ही मैदान पर उतरना होगा। टीम को दानुष्का गुनाथिलाका जो कि इंग्लैंड में बायो-बबल ब्रीच की वजह से सस्पेंड किए गए और वानिंदु हसारंगा जो कि चोटिल हैं, उनके बगैर ही खेलना पड़ सकता है। वन-डे सीरीज के दौरान ऑलराउंडर चमिका करुणारत्ने, अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षा शानदार फॉर्म में दिखे। टी-20 सीरीज में भी उनसे यही उम्मीद होगी।
स्पिनर अटैक पर निर्भर होगी श्रीलंकाई टीम
बॉलिंग में श्रीलंकाई टीम अपने स्पिनर पर निर्भर है। तीसरे वन-डे में स्पिनर प्रवीण जयविकरामा और अकिला धनंजय की वजह से ही श्रीलंका टीम इंडिया को कम टोटल पर रोकने में कामयाब हुई थी। ऐसे में यही दोनों स्पिन डिपार्टमेंट संभाल सकते हैं। इसके अलावा टी-20 स्पेशलिस्ट इसुरु उदाना की टीम में वापसी हो सकती है।