कोरोना की तीसरी लहर रोकनी है तो वैक्सीनेशन ही एकमात्र हथियार है। हाल ही में आई ICMR की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश, बिहार और राजस्थान समेत 8 राज्यों में 70% से अधिक लोगों में एंटीबॉडी पाई गई। ये वही राज्य हैं जिन्होंने पिछले 100 दिन में 1.5 करोड़ से अधिक टीके लगाए हैं। 21 राज्यों में की गई इस स्टडी को सीरोसर्वे कहते हैं।
राजस्थान में 100 दिनों में लगे 2.12 करोड़ टीके
भाजपा शासित राज्यों को 100 दिन में सर्वाधिक टीके आवंटित किए। फिर भी राजस्थान ने एक दिन में 11.42 लाख से अधिक टीके लगाने का करिश्मा कर एंटीबाॅडी बढ़ाने में सफलता पाई। राजस्थान ने पिछले 100 दिन में 2.12 करोड़ डोज लगाकर 27% से अधिक आबादी को कवर किया। इसलिए कुल सैंपलों में से 76.2% में काेरोना के खिलाफ एंटीबाडी पाई गई।
मध्यप्रदेश ने एक दिन में 16.51 लाख टीके लगाने की रिकाॅर्ड बनाया था। देश में यहीं पर सर्वाधिक 79% लोगों को एंटीबाॅडी डवलप हुई है। यह सभी राज्यों में सबसे ज्यादा है। आंध्रप्रदेश ने भी एक दिन में 13 लाख टीके लगाए थे, लेकिन लगातार टीकाकरण नहीं हो सका। इसलिए 70.2% में एंटीबाडी के साथ आठवें स्थान पर खिसक गया।
3 राज्यों में 60% से कम एंटीबॉडी
वहीं केरल समेत जिन राज्यों में कोरोना कंट्रोल नहीं हुआ, वहां एंटीबॉडी भी घट गई। केरल 44.4% एंटीबॉडी के साथ आखिरी स्थान पर रहा। असम में 58.3% और महाराष्ट्र में 50.0% एंटीबॉडी ही पाई गईं। देश में एंटीबॉडी का औसत 67.6% था। 10 राज्यों में देश के औसत से कम एंटीबॉडी मिली।