अधोमुख श्वानासन
- वज्रासन में बैठें। आगे की तरफ़ झुककर हाथों को ज़मीन पर रखें। - हाथों और घुटनों पर खड़े हो जाएं, जिससे चौपाए जैसी आकृति बनेगी। - अब कूल्हे ऊपर उठाएं, घुटनों और कोहनियों को सीधा कर उल्टे ‘वी’ का आकार बनाएं। - हथेलियों को आसन पर रखते हुए दबाव डालें और कंधे खोलें। एड़ियों को फर्श से उठने नहीं दें। - सिर नीचे करें, नज़र पैर की उंगलियों पर केंद्रित करें। 8 से 10 सांसों तक रुकें और फिर घुटने मोड़ते हुए चौपाए की स्थिति में वापस आएं।
मंडूकासन
- सबसे पहले ज़मीन पर वज्रासन में बैठ जाएं, और अपनी दोनों बांहों को सामने फैलाएं। - अंगूठे को हथेलियों में मोड़ें, शेष चार अंगुलियों को इसके ऊपर लपेटें और मुट्ठी बनाएं। - दोनों हाथों की मुट्ठी नाभि के ऊपर रखें। - सांस छोड़ते हुए शरीर का ऊपरी हिस्सा सामने की तरफ़ मोड़ें और सीने को जांघों पर रखें। - गर्दन को हल्का-सा उठाकर सामने की तरफ़ देखें। - अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए िफर से वज्रासन की स्थिति में आ जाएं। - इस आसन को 5-6 बार कर सकते हैं।
पश्चिमोत्तासन
- सबसे पहले दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं। - यह सुनिश्चित करें कि घुटने थोड़े मुड़े हुए हों, जबकि पैर आगे की ओर खिंचे हुए हों। - दोनों बांहों को ऊपर की ओर फैलाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। - अब सांस को छोड़ते हुए, दोनों हाथों सहित शरीर के ऊपरी हिस्से को आगे की तरफ़ झुकाएं। - दोनों बांहों को पैरों के समानांतर रखें और पैर की उंगलियों को पकड़ें। - घुटनों को नाक से छूने की कोशिश करें। - इस मुद्रा के 3 राउंड और 3 सेट कर सकते हैं।
घर से जाने के बाद भी ‘बने’ रहते हैं...
अक्सर लोग किराए पर रहने आते हैं और अपने सभी सरकारी एवं ग़ैर सरकारी दस्तावेज़ों पर उस घर के पते को स्थाई पते के तौर पर लिखवा देते हैं, यहां तक कि आधार कार्ड भी उसी पते पर बनवा लेते हैं। कुछ वर्ष पश्चात जब वे घर छोड़कर अन्य स्थान पर चले जाते हैं, तब भी अपना पता पुराना ही लिखवाते हैं। इसके कारण उनके सारे पत्र व्यवहार उसी पुराने पते पर चलते रहते हैं और मकान मालिक को आए दिन बेवजह, बेवक़्त परेशान होना पड़ता है। बैंक लोन की किस्तों के रिमाइंडर समय-समय पर उसी पुराने पते पर आते रहते हैं। ऐसी गतिविधियों की वजह से किसी को परेशानी हो ऐसा कदम उठाना उचित नहीं है। चिट्ठी या सूचना सही जगह पर पहुंची या नहीं, इसमें किसी की भी जवाबदेही नहीं बनती है। मानवता के नाते पत्र की सूचना दी जाती है परंतु उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती इसलिए कंपनी वाले बार-बार आकर उसी पते पर पूछ-ताछ करते हैं। ऐसे किराएदारों से निवेदन है कि कृपया वह जहां भी रहें, अपना वहीं का पता दें ताकि सूचनाएं सही जगह पर पहुंचंे और किसी को व्यर्थ परेशानी ना उठानी पड़े। एक ज़िम्मेदार वरिष्ठ नागरिक होने के नाते अनुरोध है कि किराए पर रहने वाले सभी महानुभाव इस ओर ध्यान दें।